

उत्तर मध्य रेलवे के मथुरा जंक्शन के उप स्टेशन अधीक्षक लोकेन्द्र कुमार कर्दम ने कथित तौर पर सोशल मीडिया पर 20 फरवरी को एक पोस्ट किया कि- ” रंगा, बिल्ला ने अपनी पेंशन का इंतजाम अडानी से कर लिया और कर्मचारियों की पेंशन/नौकरी खाकर डकार भी नहीं ली #OPS हमारा अधिकार है, जिसे हम लेकर रहेंगे।” यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल होने के तुरंत बाद 21 फरवरी को उत्तर मध्य रेलवे के वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक फ्रंट एवं गति शक्ति, आगरा द्वारा मथुरा जंक्शन के उप स्टेशन अधीक्षक लोकेन्द्र कुमार कर्दम को पत्रांक- ओपीटीजी./आगरा/एससीएन/22-23/1 के जरिए कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए कहा गया कि- “आप भारत सरकार के अधीन कार्यरत एक जिम्मेदार रेल कर्मी हैं तथा आपके द्वारा किया गया उपरोक्त पोस्ट अशोभनीय तथा आपत्तिजनक की श्रेणी में आता है जो कि किसी सरकारी कर्मचारी के द्वारा किया जाना पूर्णतः अनपेक्षित है। अतः आप इस संबंध में अपना स्पष्टीकरण पत्र प्राप्ति के तीन दिन के अन्दर अधोहस्ताक्षरी को प्रस्तुत करें कि क्यों न आपके खिलाफ अनुशासन एवं अपील नियम के तहत कार्यवाही की जाए।”
‘ख़बर-दर-ख़बर’ को रेलवे सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक़ नोटिस के जवाब में उप स्टेशन अधीक्षक कर्दम ने कहा है कि- “किसी दूसरे ने ये पोस्ट की थी और मुझे जैसे ही इसकी जानकारी मिली, मैंने पोस्ट डिलीट कर दी।” बावजूद इसके उनके उक्त जवाब से रेल प्रशासन संतुष्ट नहीं हुआ है और उन्हें चार्ज सीट जारी करने की ख़बर है। अब इस प्रकरण को लेकर ट्विटर से लेकर फेसबुक और वाट्सएप्प सहित सोशल मीडिया के तमाम प्लेट फ़ार्म पर घमासान मचा हुआ है। लोग मज़े और चटख़ारे लेकर पूछ रहे हैं कि ये ‘रंगा बिल्ला हैं कौन?, जिनके लिए आफत मची है। किन रंगा, बिल्ला ने अपनी पेंशन का इंतजाम अडानी से कर लिया है और कर्मचारियों की पेंशन/नौकरी खाकर डकार भी नहीं ली।’ लोगों का यह भी सवाल है कि
”ये पोस्ट आपत्तिजनक कैसे है? रेलवे प्रशासन खुद किसे रंगा-बिल्ला समझ रहा है। हमारे समझ से ख़बर-दर-ख़बर के पाठक ढ़ंग से समझ रहे होंगे कि ये रंगा-बिल्ला कौन हैं। जिन दोनों को अडानी पेंशन देगा। कुछ हो अब सरकारी कर्मचारियों द्वारा भी गुजरात लॉबी की लंका लगनी शुरू हो गई है।