मुनीर अहमद मोमिन
मुंबई। बीती रात गुरुवार को ऐसे वक्त पर शरद पवार राज्य के मुमं एकनाथ शिंदे से उनके सरकारी आवास ‘वर्षा’ में मंदिर के कार्यक्रम के नाम पर मिलने पहुंचे, जब शिवसेना (उबाठा) चीफ और पूर्व CM उद्धव ठाकरे विदेश के दौरे पर हैं। राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद दोनों नेताओं की ये पहली मुलाकात है। दोनों के बीच आधे घंटे से अधिक समय तक बंद कमरे में बातचीत हुई। हालांकि इस बैठक में हुई चर्चा का ब्योरा अभी तक सामने नहीं आया है। कहा गया है कि पवार वर्षा बंगले पर उन्हें मराठा मंदिर संस्था के अमृत महोत्सव कार्यक्रम में आमंत्रित करने गए थे। शरद पवार की एकनाथ शिंदे से मुलाकात के बाद उद्योगपति गौतम अडानी भी शरद पवार से मिलने उनके घर सिल्वर ओक पहुंचे थे। पवार ने गौतम अडानी से मुलाकात की वजह बताते हुए कहा है कि सिंगापुर से आया एक शिष्टमंडल उनसे मिला। किसी तकनीकी वजह से उनको गौतम अडानी से मिलना था। इसलिए गौतम अडानी उनसे मिलने पहुंचे थे। इस तरह कभी BCCI के अध्यक्ष रह चुके शरद पवार ने एक ही दिन में क्रिकेट की भाषा में एक के बाद एक 20-20 के साथ-साथ टेस्ट मैच भी ताबड़तोड़ खेल लिया। फिलहाल शरद पवार लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों को एकजुट करने के प्रयास में जुटे हुए हैं। जिसकी पृष्टिभूमि में आगामी 12 जून को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में पटना में विपक्षी दलों की अहम बैठक भी होनी है।
मालूम हो कि एकनाथ शिंदे से मुलाकात के बाद शरद पवार ने ट्विट करते हुए लिखा, ‘वह दक्षिण मुंबई में एक प्रतिष्ठित सिनेमा हॉल, मराठा मंदिर की 75 वीं वर्षगांठ समारोह में मुख्यमंत्री को आमंत्रित करने गए थे। यह कार्यक्रम 24 जून को मुंबई में होना है। शरद पवार मराठा मंदिर संस्था के अध्यक्ष हैं। बैठक को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे छुट्टी पर विदेश में हैं। ठाकरे छुट्टी पर परिवार के साथ हैं और उनके जून के पहले सप्ताह के बाद मुंबई लौटने की उम्मीद है। हालांकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि शरद पवार से उनकी मुलाकात हुई है। लेकिन हमारी कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई। मराठा मंदिर संस्था के अध्यक्ष और संस्था के 75 साल होने पर उन्होंने मुझे निमंत्रण दिया है। फिल्म इंडस्ट्री के कलाकारों, बैकस्टेज कलाकार आदि के मुद्दों को लेकर चर्चा हुई है। स्मरण रहे कि 2019 में शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन समाप्त कर दिया था और महाराष्ट्र में कांग्रेस और पवार की एनसीपी के साथ महा विकास अघाड़ी सरकार बनाई थी। पिछले साल शिंदे और उनके गुट के विधायक शिवसेना से अलग हो गए और बीजेपी के साथ मिलकर नई सरकार बना ली। इससे पहले अप्रैल में एनसीपी नेता अजीत पवार ने सह्याद्री गेस्ट हाउस में शिंदे और उनके डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी।